पारद शिवलिंग price Fundamentals Explained
पारद शिवलिंग price Fundamentals Explained
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कवच को नवरात्रि के दौरान अथवा शुक्रवार के दिन किसी भी शुभ नक्षत्र और योग में धारण करें।
इसके पश्चात इससे संबंधित मंत्र का शुद्ध रूप में उच्चारण करें।
आपको बता दें कि यह शिवलिंग काफी महत्वपूर्ण और शुभ मानी जाती है। जीवन में खुशियां प्राप्त करने के लिए पारद शिवलिंग की पूजा काफी लाभकारी मानी जाती है इससे परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। और धन-धान्य की कभी भी कमी नहीं होती। साथ ही साथ जातक के जीवन में सारी समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है। आयुर्वेद के अनुसार पराद शिवलिंग की पूजा करने से हाई ब्लड प्रेशर के साथ-साथ अस्थमा से लड़ने में काफी मदद मिलती है। इसीलिए यह शिवलिंग काफी लाभकारी होता है।
पारद और स्फटिक में से कौन-सा शिवलिंग बेहतर होता है?
ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च।
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आत्ता सध्या श्रावण मास सुरु आहे. आणि ह्या महिन्यात घरात पारद शिवलिंग स्थापना कोणत्याही सोमवारी करण्यास हरकत नाही.
पश्चिमी हिमालय में अमरनाथ नामक गुफा में प्रत्येक शीत ऋतु में गुफा के तल पर पानी टपकाने से बर्फ का शिवलिंग सृजित होता है। यह तीर्थयात्रियों में बहुत लोकप्रिय है।
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पारद शिवलिंग के स्पर्श करने मात्र से सकारात्मक ऊर्जा का शरीर में प्रवेश होता है और पुण्यफल की प्राप्ति होती है। शिवपुराण में बताया गया है कि अन्य शिवलिंगों के अपेक्षा पारद शिवलिंग की पूजा करने से हजार गुना फल मिलता है। बताया जाता है कि पारद की उत्पत्ति भगवान शिव के अंश से हुई थी और घर में इसको रखने पर भगवान शिव, माता लक्ष्मी और कुबेर देवता का स्थायी वास होता है।
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पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?
यामुळे इच्छा लवकर पूर्ण होते. व्यवसायाच्या ठिकाणी पारद शिवलिंगाची स्थापना केल्याने व्यवसायात सतत प्रगती होते. पारद शिवलिंगावर रुद्राभिषेक केल्याने अनंत पुण्य प्राप्त लाभते. यासह घरात पारद शिवलिंगाची स्थापना करून महामृत्युंजय मंत्राचा जप आणि आरती केल्याने घरामध्ये धन, समृद्धी आणि लक्ष्मीचे आरोग्य सदैव राहते.